शेर अपना शिकार करते हैं और हम सिर्फ Attitude से वार करते हैं ???
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प्यार नही हुआ पर्सनल लोन हो गया, कोई देंने को ही तैयार नहीं ??
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साथ बैठने की औकात नहीं थी उसकी , जिसको मैंने सर पर बिठा रखा था ? ? ? ?
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नफरत मेरी इतनी भी सस्ती नहीं जो तुम पर ज़ाया करू ? ? ?
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अंधेरे में तीर नहीं छोड़ते …………दुश्मन कितनी भी दूर हो हड्डी तोड़े बिना नहीं छोड़ते ? ?
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दुश्मन तो हमारा कोई नहीं इस जहाँ में मगर पहली नज़र कोई देख ले तो…. दिल लगा ले, या फिर हाथ मिला ले ???
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नफरत भी हम हैसियत देख कर करते है.. प्यार तो बहुत दूर की बात है ? ? ?
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प्यार इश्क मोहब्बत सब धोखेबाजी है… अपनी लाइफ में तो सिर्फ Attitude ही काफी है ? ? ?
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ख़ामोशी से अपनी पहचान बनाते रहो , वक़्त खुद बताएगा तुम्हारा नाम ? ? ?
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अभी काँच हूँ तो चुभ रहा हूँ जिस दिन आईना बन जाऊँगा उस दिन पूरी दुनिया देखेगी ? ?
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दुश्मन को जलाना और दोस्त के लिए जान की बाज़ी लगाना हमारी फितरत है ? ?? ?
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कभी कभी मासूम दिखने वाले लोग अंदर से बहुत कमीने निकलते हैं ? ?? ?
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हमारा शौंक तो तलवार रखने का है , बन्दूक के लिए तो बच्चे भी ज़िद करते है ??
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माँ के लिए क्या ‘शेर’ लिखूँ…… माँ ने ही तो ‘शेर’ बनाया है… ??
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शीशे की तरह आर पार हूँ फिर भी बहुत की समझों से बाहर हूँ ??
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हम तो छोटे हैं अदब से सर झुका लेंगे , बड़े ये तय करलें उनमें बड़प्पन कितना है ??
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पसंद आ गए है कुछ लोगों को हम…..कुछ लोगों को ये बात पसंद नहीं आयी ….? ? ?
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होगी भले ही तू तेरे बाप की परी और दुनिया की महारानी…
लेकिन तेरी जैसी 36 घूमती है मेरे आगे पीछे बनकर नौकरानी ??
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माना कि ज़िन्दगी हमारे साथ बहुत गद्दार है…. फिर भी हम नेकदिल और खुद्दार हैं ? ?
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फर्क बहुत है तेरी और मेरी तालीम में, तूने उस्तादों से सीखा है और मैंने हालातो से ..
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आफत ?नहीं जो टल जाऊँगी… आदत हूँ ..लग जाऊँगी
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तुम्हें लगता ? है कि गलत ? हूँ मैं, तो सही हो तुम , क्योंकि ? थोड़ा अलग ? हूँ मै…
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वो पसंद ही क्या ?? जिसको पसंद आने के लिए खुद ? को बदलना ? पडे…
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मैंने कुछ लोग लगा रखे हैं पीठ पीछे बात करने के लिए …
पगार कुछ नहीं है उनकी पर काम बड़ी ईमानदारी से करते हैं
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